बुधवार, 17 दिसंबर 2014

लूटा हुआ इंसान !



हर ओर लूटा हुआ इंसान नजर आता है,
जहाँ देखो हैवानियत का मंजर नजर आता है।


जिन्होंने है इंसानियत की कब्रे खोदी,
उन्हीं के साथ हमारा खुदा नजर आता है ।


देश हो चाहे कोई -भारत या पाकिस्तान ,
अपने ही बच्चों के खून से सना नजर आता है।


हैवानियत का कैसा नंगा नाच है यह ,
देख,रूह डरा सहमा-सा नजर आता है।


#१६.१२.२०१४ /रोहित 
‪#‎पेशावर‬ : हे ईश्वर उन बच्चों की रूह को शांति देना जिनका बस इतना सा गुनाह है कि वो आदम की औलादे थी और इंसानियत की एकमात्र बच रही आखिरी प्रतीक ।

आतंक का कोई मजहब या देश नही होता!इसकी जितनी निंदा की जाये कम है ।

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